भारत का इतिहास (महत्वपूर्ण प्रश्न)

भारत का इतिहास (महत्वपूर्ण प्रश्न)

प्रश्न १: जैन विद्वान जिनसेन निम्न में से किसका समकालीन था ?
a. पुष्यमित्र शुंग
b. गौतमी पुत्र शातकर्णी
c. समुद्र गुप्त
d. अमोघवर्ष

उत्तर: d

प्रश्न २: निम्न में से कौन सा दृश्य विख्यात ममल्लापुरम स्थल पर उत्कीर्ण नहीं हैं ?
a. किरात के छद्मवेश में शिव
b. गंगावतरण
c. द्रौपदी का चीरहरण
d. अर्जुन की तपस्या

उत्तर: c

प्रश्न ३: निम्न में से कौन सी एक कृति विख्यात कवि राजशेखर द्वारा रचित मानी जाती है ?
a. सेतुबंध
b. गौड़वध
c. कर्पूरमंजरी
d. सप्तशतक

उत्तर: c

व्याख्या : प्रतिहार शासक महेन्द्रपाल के दरबार में प्रसिद्ध विद्वान राजशेखर ने कर्पूरमंजरी, काव्यमीमांसा, विध्द्शालभंजिका, बाल रामायण, भुवनकोष, हरिविलास जैसे प्रसिद्ध ग्रंथो की रचना की |

प्रश्न ४: ग्यारहवीं शताब्दी की पुस्तक शून्य पुराण का लेखक कौन था ?
a. परमेश्वर
b. रमई पंडित
c. पारंगल खान
d. अलओल
उत्तर: b

प्रश्न ५: निम्न में से किस एक राजपूत राजवंश द्वारा अपना उद्गम मिथकीय  'अग्निकुल' से नहीं जोड़ा गया :
a. प्रतिहार
b. चौहान
c. चंदेल
d. सोलंकी

उत्तर: c
व्याख्या : चौहान शासक पृथ्वीराज चौहान के राजकवि चंदरबरदाई कृत 'पृथ्वीराज रासो' के अनुसार राजपूतों की उत्पत्ति वशिष्ठ द्वारा माउंट आबू पर्वत पर कए गए यज्ञ के अग्निकुंड से हुई | इस अग्निकुंड से चार प्रसिद्ध राजपूत वंश का उद्गम हुआ था, जो निम्न थे - प्रतिहार, परमार, चौहान और चालुक्य (सोलंकी) |

प्रश्न ६: निम्न में कौन सा द्रविड़ शैली का प्रसिद्ध मंदिर पल्लव शासक नरसिंह वर्मन द्वितीय द्वारा बनवाया गया था :
a. महाबलीपुरम समूह
b. कैलाश नाथ मंदिर, कांची
c. शिव मंदिर, तिरुवदी
d. उकालेश्वर मंदिर, करांची

उत्तर: b
 व्याख्या : पल्लव वंशीय शासक नरसिंह वर्मन प्रथम ने 'मामल्ल' की उपाधि धारण की तथा 'मामाल्ल्पुरम' (महाबलीपुरम) नामक नगर का निर्माण करवाया | इसने स्थापत्य की  'मामल्ल शैली' का प्रचलन किया | इस शैली की सबसे प्रमुख विशेषता 'रथ' मंदिर है | रथ, एकाश्मक पत्थरों को काटकर बनाये गए मंदिर है | इन रथों में 'सप्त पैगोडा' सबसे प्रसिद्ध है | इस शैली के सभी स्मारक मामाल्ल्पुरम में विद्यमान हैं | नरसिंह वर्मन द्वितीय (राजसिंह) ने 'राजसिंह शैली' प्रचलित की | इस शैली में निर्मित कांचीपुरम में स्थित कैलाश मंदिर विशेष उल्लेखनीय है, जिसका निर्माण नरसिंह वर्मन द्वितीय के समय में प्रारंभ हुआ तथा उसके उत्तराधिकारी महेंद्रवर्मन द्वितीय के समय में पूर्ण हुआ | इस शैली के अंतर्गत अन्य मंदिरों में पन्मलाई मंदिर व् बैकुंठपेरूमल मंदिर प्रमुख हैं | शोर मंदिर राजसिंह शैली का प्रथम उदहारण है |

प्रश्न ७: नागर शैली के स्थापत्य का एक उत्कृष्ट उदहारण है :
a. कैलाशनाथ मंदिर, कांचीपुरम
b. लिंगराज मंदिर, भुवनेश्वर
c. वृहदेश्वर मंदिर, तंजावुर
d. कंदरिया महादेव मंदिर, खजुराहो
उत्तर: b
व्याख्या : भारतीय स्थापत्य की तीन मुख्य शैलियाँ हैं - नागर, बेसर एवं द्रविड़ | नागर शैली उत्तर भारत में हिमालय से विन्ध्य पर्वत तक फैली हुई हैं | इसका उत्कृष्ट उदहारण उडीसा के भुवनेश्वर स्थित लिंगराज मंदिर है | नागर शैली की मुख्य विशेषता थी - गर्भगृह उसके ऊपर शिखर एवं सामने की तरफ मुन्ड़प |

प्रश्न ८: मत्त-विलास- प्रहसन नामक नाटक के रचयिता कौन थे ?
a. हर्ष
b. राज राजेंद्र
c. जयदेव
d. महेंद्र वर्मन
उत्तर: d

व्याख्या : पल्लव शासक महेंद्र वर्मन ने संस्कृत में प्रसिद्ध पुस्तक मत्त-विलास-प्रहसन की रचना की थी |

प्रश्न ९: निम्न में से कौन राजपूत काल का गणितज्ञ था :

a. वाग्भट
b. वाचस्पति
c. हरदत्त
d. भास्कराचार्य

उत्तर : d

व्याख्या : भास्कराचार्य राजपूत युगीन के प्रसिद्ध गणितज्ञ थे | इन्होने अंकगणित पर प्रसिद्ध पुस्तक 'लीलावती' लिखी | लीलावती इनकी पुत्री का नाम था | भास्कराचार्य का जन्म १११४ ई में बीजापुर में हुआ था | उनके पिता चूड़ामणि महेश्वर भी ज्योतिषी, खगोलशास्त्री तथा गणितज्ञ थे | भास्कराचार्य गणितज्ञ के साथ ही प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य भी थे | इन्होने लीलावती के अतिरिक्त 'सिद्धांत शिरोमणि' और 'बीजगणित' नामक पुस्तकों की भी रचना की थी |

प्रश्न १०: निम्न में से किस एक मध्य युगीन भक्ति संत को बंगाल के राजा लक्षमण सेन ने अपने दरबार के पांच रत्नों में से एक के रूप में संरक्षण प्रदान किया था ?
a. बल्लभाचार्य
b. जयदेव
c. चैतन्य
d. कल्हण

उत्तर: b
व्याख्या : लक्षमण सेन बंगाल के सेन वंशीय शासक बल्लाल सेन (सेन वंश का संस्थापक) का पुत्र एवं उत्तराधिकारी था | लक्षमण सेन अपने वंश का सर्वाधिक शक्तिशाली शासक था जिसने गौड़, कामरूप, कशी एवं कलिंग पर विजय प्राप्त की थी | उसने पुरी, कशी एवं प्रयाग में विजय स्तम्भ स्थाiपित किये थे | उसकी राजधानी नदिया थी | लक्षमण सेन ने अपने पिता द्वारा प्रारंभ किये गए 'अद्भुत सागर' नामक ग्रन्थ को पूरा किया | लक्षमण सेन की राजसभा में अनेक प्रसिद्ध विद्वानों तथा लेखकों को आश्रय प्राप्त था | इसमें गीतगोविन्द के लेखक 'जयदेव', 'पवनदून' के लेखक 'धोयी', 'ब्राह्मण सर्वस्व' के लेखक 'हलायुध' विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं |

प्रश्न 11: 1889 ई में पंजाब में अहमदिया आन्दोलन की शुरुआत निम्न में से किसने की थी ?

1) अब्दुल लतीफ़
2) मिर्जा गुलाम अहमद
3) सर सैय्यद अहमद खान
4) रशीद अहमद गंगोही

उत्तर : 2

प्रश्न 12: निम्न में से किस गवर्नर जनरल ने भारत में दास प्रथा की समाप्ति की थी ?

1) लार्ड विलियम बेंटिक
2) लार्ड एलनबरो
3) लार्ड कर्जन
4) वारेन हेस्टिंग्स

उत्तर: 2

प्रश्न 13: निम्न में से किस गवर्नर जनरल ने ठगों का दमन किया था ?

1) लार्ड विलियम बेंटिक
2) लार्ड एलनबरो
3) लार्ड कर्जन
4) वारेन हेस्टिंग्स

उत्तर : 1

प्रश्न 14 : किस  मौर्य शासक की सेनापति  द्वारा हत्या की गयी ?

1) जालौक
2) वृहद्रथ
3) बिन्दुसार
4) दशरथ

उत्तर: 2

व्याख्या : बाणभट्ट के हर्षचरित से ज्ञात होता है की अंतिम मौर्य सम्राट वृहद्रथ की उसके ब्राह्मण सेनापति पुष्यमित्र शुंग ने धोखे से हत्या कर दी थी और एक नवीन वंश शुंग वंश की स्थापना की



प्रश्न १५: वह यूनानी शासक जिसको चन्द्रगुप्त मौर्य ने पराजित किया था, कहाँ से शासन कर रहा था ?

  1. मिश्र
  2. सीरिया
  3. मकदूनिय
  4. एथेंस
उत्तर: 2

व्याख्या : सिकन्दर की मृत्यु के बाद सेल्यूकस सीरिया का राजा बना | बक्ट्रिया विजय के बाद उसके मन में सिकंदर के भारत विजय के अधूरे काम को पूर्ण करने की लालसा जाग उठी |


प्रश्न १६: चन्द्रगुप्त मौर्या के शासनकाल में पाटलिपुत्र का प्रशासन एक समिति द्वारा संचालित था, जिसके सदस्यों की संख्या थी
  1. २०
  2. ३०
  3. ४०
  4. ५०
उत्तर : 2


प्रश्न १७: अशोक का समकालीन सिंहल नरेश कौन था ?

  1. अभय
  2. पंकदुक
  3. तिस्स
  4. मृत्सीव
उत्तर: 3

प्रश्न १८: देवानाम्प्रिय की उपाधि निम्न से किसने धारण की थी ?
  1. केवल अशोक ने
  2. अशोक एवं दशरथ ने
  3. अशोक, सम्प्रति एवं वृहद्रथ ने
  4. केवल दशरथ ने
उत्तर: 2

व्याख्या : अशोक के अभिलेखों में उसे देवानाम्प्रिय अर्थात देवताओं का प्यारा कहा गया है | अशोक के उत्तराधिकारियों में उसके पुत्र दशरथ द्वारा भी देवानाम्प्रिय की उपाधि धारण की गयी थी | दशरथ ने नागार्जुनी पहाड़ी पर आजीविकों के लिए तीन गुफाओं का निर्माण करवाया था | इन गुफाओं की दीवारों पर जो लेख है उसमे दशरथ को देवानाम्प्रिय कहा गया है |


प्रश्न १९: कौटिल्य के अर्थशास्त्र के अनुसार राजा की तरफ से सिक्के ढलवाने वाले अधिकारी की संज्ञा थी –
  1. लक्षनाध्यक्ष
  2. पौतवाध्यक्ष
  3. रूपदर्शक
  4. संग्रहीता
उत्तर : 1

व्याख्या : मौर्यकाल के अर्थशास्त्र में २६ अध्यक्षों का उल्लेख है जिसमे लक्षनाध्यक्ष टकसाल विभाग का प्रमुख अधिकारी होता था | जबकि रूपदर्शक नामक अधिकारी मुद्राओं की शुद्धता की जांच करता था | मुद्रा संचालन का अधिकार राज्य को था | लक्षनाध्यक्ष सिक्के जारी करता था |

 प्रश्न २०: बिन्दुसार के दरबार में सीरिया के शासक एंटियोकस प्रथम के राजदूत के रूप में मेगस्थनीज के स्थान पर कौन आया ?
  1.  डायोडोरस 
  2. एरियन 
  3. डायोनिसियस 
  4. डायमेकस
उत्तर: 4 

व्याख्या : यूनानी लेखक स्ट्रैबो के विवरण से पता चलता है  की सीरिया के शासक  एंटियोकस ने डायमेकस नामक राजदूत को मौर्य सम्राट बिन्दुसार के दरबार में भेजा | 
प्रश्न २१: निम्नलिखित में से किसने यूनानी लेखकों के 'सैंड्रोकोट्स' की पहचान चन्द्रगुप्त मौर्य के रूप में की है ?
  1. जेम्स प्रिंसप 
  2. अलेक्जेंडर 
  3. विलियम जोन्स 
  4. मैक्समूलर 
उत्तर : ३ 

प्रश्न २२: निम्न अभिलेखों में से किसमें चन्द्रगुप्त मौर्य एवं अशोक दोनों के नामों का उल्लेख है ?
  1. रुद्रदामन का जूनागढ़ अभिलेख 
  2. अशोक का मास्की लघु शिलालेख 
  3. स्कंदगुप्त का जूनागढ़ अभिलेख 
  4. अशोक का शाहबाजगढ़ अभिलेख 
उत्तर: १ 

प्रश्न २२: अशोक का कौन सा अभिलेख धार्मिक सहिष्णुता के सिद्धांत को समर्पित है ?
  1. द्वितीय 
  2. षष्ठ 
  3. तेरहवें 
  4. द्वादश 
उत्तर: ४ 

व्याख्या : १२वें शिलालेख में अशोक ने सभी सम्प्रदायों की सार वृद्धि पर बल दिया है | १२वें शिलालेख में वह कहता है की 'मनुष्य को अपने धर्म की प्रशंसा और दुसरे धर्म की अकारण निंदा नहीं करनी चाहिए | एक न एक कारणों से अन्य धर्मों का आदर करना चाहिए |

प्रश्न २३: अशोक ने अपने किस शिलालेख में चोल, पाण्ड्य, केरलपुत्र और सत्तियपुत्र को अपने पडोसी शक्तियों के रूप में उल्लेखित किया है ?
  1. प्रथम 
  2. द्वितीय 
  3. तेरहवें 
  4. चतुर्थ 
उत्तर: २

व्याख्या : अशोक ने अपने द्वितीय वृहद् शिलालेख में सीमांत राज्यों में चोल, पाण्ड्य, केरलपुत्र और सत्तियपुत्र का उल्लेख करता है | ये सभी तमिल राज्य थे तथा उसके साम्राज्य से बाहर थे | दक्षिण में ब्रह्मगिरी, मास्की,
जटिंगरामेश्वरम, सिद्धपुर से अशोक के लाघुशिलालेख मिले हैं | इस आधार पर उसके साम्राज्य की दक्षिणी सीमा कर्नाटक तक जाती है |

प्रश्न २४: मेगस्थनिज की रचना में उल्लिखित 'एस्टीनोमोई' कौन थे ?
  1. राज्य अधिकारी 
  2. प्रांतीय अधिकारी 
  3. पुलिस अधिकारी 
  4. नगर अधिकारी 
उत्तर: ४


प्रश्न २५ : निम्न में से अशोक के किस अभिलेख में पांच यवन शासकों का उल्लेख मिलता है ?
  1. तेरहवां अभिलेख 
  2. द्वितीय अभिलेख 
  3. सातवां अभिलेख 
  4. प्रथम अभिलेख 
उत्तर:१

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